सोमवार, 18 अक्तूबर 2010

मुकेश अम्बानी साहब आपको नया घर बहुत-बहुत मुबारक हो ....लेकिन आपकी इस गणतंत्र के प्रति भी नैतिक जिम्मेवारी है .....

मुकेश और नीता अम्बानी जी ,जिनको नये आवास की अग्रिम बधाई और शुभकामनायें ...अब आप दोनों कृपाकर अपनी सारी शक्ति इस देश और समाज के लिए लगायें..इसके लिए पूरा देश और समाज आपका आभारी रहेगा ...(चित्र -गूगल से साभार)
मुकेश अम्बानी जी के नये आवास की एक झलक...(चित्र -गूगल से साभार)

मुकेश अम्बानी साहब आपको लगभग 6000 कड़ोर क़ी लागत से बना,173 मीटर ऊँचा,60 मंजिल क़ी ऊंचाई में ज्यादा ऊंचाई वाले 27 मंजिला ,168 कारों के पार्किंग क़ी क्षमता वाला,तीन हेलीपैड-स्विमिंग पूल-झूलता गार्डेन,तथा और भी स्वर्गों जैसी सुविधायुक्त नया आवास बहुत-बहुत मुबारक हो | 


आपने यह आवास कानून द्वारा तर्कसम्मत विधि से अर्जित धन से बनाया है इसलिए इसका विरोध करने का भी किसी को कोई हक़ नहीं ..वैसे भी किसमे हिम्मत है क़ी खुले आम आपका किसी भी बात के लिए विरोध कर सके ...?



मैं आपको कानूनी दायरे से बाहर आकर इंसानियत और नैतिकता में बाँधकर आपसे आग्रह करता हूँ क़ी इस देश को आप जैसे अनुभवी,कर्मठ,शक्तिशाली तथा भाग्यशाली व्यक्ति के अंतरात्मा क़ी सख्त जरूरत है | आज इस देश में इंसानी अंतरात्मा,सच बोलने वाले,न्याय के लिए लड़ने वाले ,ईमानदारी को भगवान के समान मानने वाले लोगों क़ी बड़ी दयनीय स्थिति है खासकर इस देश क़ी आत्मा गांवों में बसती है लेकिन गांवों में स्थिति बेहद शर्मनाक है सत्य,न्याय,ईमानदारी,देशभक्ति तथा इंसानियत के राह क़ी | अब तो लोग इन बातों से कोढ़ के रोग क़ी तरह दूर भाग्तें हैं ...निश्चय क़ी यह आपके साथ-साथ पूरी इंसानियत के लिए भी खतरे क़ी घंटी है |



अतः इतिहास से सबक अगर लिया जाय तो उस साम्राज्य का पताका ज्यादा दिनों तक फहराता रहा है जो अंततः सत्य,न्याय,ईमानदारी तथा इंसानियत को सुरक्षा व सहायता के लिए अपने ताकत का इस्तेमाल किया है | हमारे देश में दुर्भाग्य से उद्योगपतियों क़ी छवि दिनों दिन समाज व इंसानियत विरोधी बनती जा रही है ..चूँकि हिन्दुस्तानी मीडिया इन्ही उद्योगपतियों के सहारे जिन्दा है या यों कहें क़ी उनके व्यवसायिक हित इनसे ही सधती है इसलिए मीडिया में उद्योग पतियों के खिलाप सार्थक आलोचना का भी अब पूरा मामला ही साफ हो गया है जिससे उद्योगपतियों में सामाजिक सरोकार क़ी भावना कहिं ग़ुम सी होती जा रही है |
अतः इन सब बातों के मद्दे नजर आपसे नम्र आग्रह है क़ी अब आपने इस नए आवास के साथ सबकुछ पा लिया है और अब आपको अपने समूह के शुद्ध लाभ का 50% इस देश के ह़र गांव में एक अदद उच्चतर माध्यमिक विद्यालय ,एक इन्टरनेट से सुसज्जित जन समस्या निवारण प्रयास केंद्र ,एक चिकित्सालय जैसे मूलभूत जरूरत जैसे सुविधाओं को स्थापित करने तथा उसके लिए योग्य और इमानदार लोगों को ढूंढकर उसे संचालित  करवाने पर खर्च करना चाहिए | ऐसा करने से आप ना सिर्फ पूंजीपतियों के बीच बल्कि इस देश क़ी आत्मा (गांवों में रहने वाले)से भी सबसे महान उद्योगपति कहलाने योग्य बन जायेंगे | ऐसा करना एक इंसान और भारतीय नागरिक होने के नाते आपका नैतिक दायित्व भी है |

आशा है आप इस मुद्दे पर नए आवास के खुशनुमा माहौल में पहुँचने के बाद सोचना और उस पर अमल करना शुरू कर देंगे | यकिन मानिये ऐसा करने से अम्बानी समूह का सूरज कभी अस्त नहीं हो पायेगा  बल्कि इस देश के आत्मा में भी चमकता रहेगा ....!

रविवार, 10 अक्तूबर 2010

ब्लोगर संगोष्ठी वर्धा चित्रों क़ी नजर से ....

महात्मा गाँधी हिंदी विश्वविध्यालय वर्धा द्वारा आयोजित ब्लोगर संगोष्ठी से सम्बंधित कुछ चित्र....
आई.टी कानून के विशेषग्य तथा श्री विभूति नारायण रॉय जी ...
विश्विद्यालय के कुलपति श्री विभूति नारायण रॉय द्वारा अजित गुप्ता जी के "प्रेम का पाठ" नामक पुस्तक का विमोचन करते समय बाएं से श्री सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठी जी,श्रीमती अनीता कुमार जी,अजित गुप्ता जी,कुलपति महोदय (श्री रॉय) तथा डॉ.कविता जी...

बाएं से अजित गुप्ता जी,डॉ.महेश सिन्हा जी ,विश्विद्यालय के कुलपति श्री विभूति नारायण रॉय जी,श्री जय कुमार झा जी तथा सुश्री गायत्री शर्मा जी...
श्री जाकिर अली रजनीश जी,श्री रविन्द्र प्रभात जी,श्री पवन दुग्गल जी,श्री जय कुमार झा जी ,सुश्री गायत्री शर्मा जी ,श्री अनूप शुक्ल जी तथा श्री प्रियंकर पालीवाल जी...
सेवाग्राम के गाँधी सेवा आश्रम में बाएं से श्री अनूप शुक्ल जी,श्री रविन्द्र प्रभात जी,श्री ऋषभदेव शर्मा  जी ,डॉ.कविता जी ,श्री संजीत त्रिपाठी जी,डॉ.अजित गुप्ता जी,श्री हर्षवर्धन जी,अविनाश जी,श्री शैलेश भारतवासी,श्री अशोक कुमार मिश्र जी,सुश्री गायत्री शर्मा जी,श्री जाकिर अली रजनीश जी,श्री जय कुमार झा जी ,श्री विनोद शुक्ल जी,डॉ.महेश सिन्हा जी,श्री संजय बेंगानी जी,प्रियंकर पालीवाल जी तथा श्री सुरेश चिपलूनकर जी ...
श्रीमति त्रिपाठी,श्री पवन दुग्गल जी तथा कुछ अन्य लोग आई.टी कानून पर मंत्रणा करते हुए...
श्री रविन्द्र प्रभात जी,श्री जय कुमार झा जी तथा मशहूर कवि श्री आलोक धन्वा जी ....
श्री जय कुमार झा जी,श्री सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठी जी तथा अनूप शुक्ल जी ...
महान आत्मा विनोवा भावे के आश्रम में बैठे हुए श्री विनोद शुक्ल जी,श्री जाकिर अली रजनीश जी,श्री हर्षवर्धन जी,श्री रविन्द्र प्रभात जी,श्री शैलेश भारतवासी तथा श्री संजीत त्रिपाठी जी...



 

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