शुक्रवार, 30 जुलाई 2010

दिल्ली क़ी जनता से और दिल्ली के ब्लोगरों से आग्रह कोमनवेल्थ प्रोजेक्ट के सभी कार्यों क़ी निडरता से जाँच करें और उसमे हुए घोटालों क़ी रिपोर्ट CVC ,प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को कार्यवाही के लिए जरूर भेजें ...

इन बसों कि हालत और कीमत भ्रष्टाचार कि दर्दनाक कहानी कहती है ,49 लाख कि है यह बस ..?

ये एक नजारा है उस गेम के लिए बन रहे प्रोजेक्ट का | इस गेम के नाम पर बिना जरूरत के कामों को जनता का खून चूसकर और उनके बहुमूल्य टेक्स के पैसों को अपने बाप का पैसा समझकर बेदर्दी से पानी कि तरह बहाकर लूटा गया | एक तरफ जनता पानी,बिजली शिक्षा के लिए तरस रही है दूसरी तरफ लूट मची है ,वाह रे दिल्ली और हमारा इंडिया ..


आज देश के केन्द्रीय सतर्कता आयोग ने कोमनवेल्थ प्रोजेक्ट में कड़ोरों के घोटाले का भंडाफोर कर दिया है इस लिंक पर जाकर पढ़ें -
http://cvc.nic.in/cwgpress2972010.pdf   

हमने अपने ब्लॉग पे हमेशा इस गेम के पीछे के भ्रष्टाचार के गेम के बारे में लिखा है और भी कई ब्लोगरों ने इस गेम के भ्रष्टाचार को बरी गंभीरता से अपने ब्लॉग पर पेश किया है | दरअसल इस गेम ने दिल्ली को कई दशक पीछे और इंसानियत को पूरी तरह रुलाने का काम किया है | इस गेम के नाम पर जो भ्रष्टाचार का नंगा खेल खेला गया है वैसा नंगा खेल कभी नहीं खेला गया था | इस आपराधिक और इंसानियत को शर्मसार करने वाले खेल के पीछे के भ्रष्टाचार के खेल का खुलासा पूरी तरह तब हो पायेगा जब मुख्यमंत्री और मंत्री पद के सम्मान को धक्का लगाकर कड़ोरों रुपया बनाने वालों का ब्रेनमेपिंग और लाई डिटेक्टर टेस्ट जनहित में कराया जायेगा | क्योंकि ये ही असल अपराधी हैं इस गेम के पीछे के भ्रष्टाचार के गेम के | ये लोग मानवता के दुश्मन हैं | देश के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को CVC के रिपोर्ट पर  ईमानदारी से दोषियों पर सख्ती के साथ कार्यवाही करनी चाहिए | सारा देश इनकी ओर देख रहा है भ्रष्टाचार से छुटकारा पाने के लिए |

अतः दिल्ली क़ी जनता से और दिल्ली के ब्लोगरों से आग्रह है कि कोमनवेल्थ प्रोजेक्ट के सभी कार्यों क़ी निडरता से जाँच करें और उसमे हुए घोटालों क़ी रिपोर्ट CVC ,प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को कार्यवाही के लिए जरूर भेजें ... याद रखिये देश का कोई भी कानून सत्य को सामने लाने ,घोटालों कि सामाजिक व जमीनी जाँच करने तथा अगर कोई मंत्री भ्रष्टाचार कर रहा हो तो उसके कारनामों को उजाकर कर उसे सजा दिलाने के लिए प्रयास करने से किसी भी नागरिक को नहीं रोकता है | आप सभी को किसी भी सरकारी कार्यों में हो रही हेरा फेरी कि जाँच करने तथा निगरानी करने का अधिकार है |
हमने अपने कुछ पिछले पोस्टों में इस गेम के अन्दर के गेम के बारे में लिखा था  साथ ही हस्ताक्षर अभियान भी चलाया था ,अगर आप चाहें तो लिंक पर क्लिक कर पढ़ सकतें हैं -

http://honestyprojectrealdemocracy.blogspot.com/2010/03/blog-post_23.html




सोमवार, 26 जुलाई 2010

नितीश जी के बिहार में बाढ़ नियंत्रण और आपदा प्रबंधन सिर्फ और सिर्फ भ्रष्टाचार का प्रबंधन करता है ....

वैसे तो बिहार में ह़र वर्ष बाढ़ और आपदा प्रबंधन पर सैकरों कड़ोर रूपये खर्च होते हैं ,लेकिन बाढ़ और आपदा पर नियंत्रण के कोई भी ठोस और सार्थक प्रयास आपको कहिं भी नजर नहीं आएगा | ह़र जगह बाढ़ और आपदा प्रबंधन के नाम पड़ भ्रष्टाचार का प्रबंधन बड़ी ठोस तरीके से किया जा रहा है | कुछ तस्वीर है बिहार के उस जिले और गांव क़ी जहाँ सालो से बाढ़ नियंत्रण पर कड़ोरों रुपया खर्च होने के बाद भी ह़र बारिस में ऐसा नजारा होता है | 

ये जिला है बिहार का सीतामढ़ी | अगर इस जिले के बाढ़ और आपदा नियंत्रण के खर्चों क़ी जाँच  सीबीआई से ईमानदारी से करायी जाय तो मंत्री,डीएम सहित कई अधिकारी पर अनियमितता तथा आपराधिक लापरवाही से भरे भ्रष्टाचार कि गाज गिर  सकती है ....

ये है भिट्ठा ग्राम के पुलिस चौकी का हाल जहाँ लोगों  को रोज अपनी शिकायत व समस्याओं के लिए जाना होता है |

ये है वहाँ NH के बगल में रह रहे ग्रामीणों का हाल |

ये है भिट्ठामोर चौक का भारत और नेपाल को जोड़ने वाली रोड का हाल |

ये है सीमा सशस्त्रबल के भिट्ठा ग्राम के चोकी का हाल |

ये है भिट्ठा ग्राम के गरीब ग्राम बासियों का हाल , बाढ़ के पानी में जीना उनके जीवन का अंग बन गया है और भ्रष्टाचार का खेल बेशर्मी से जारी है |

ये है भिट्ठामोर के मुख्य व्यवसाय केंद्र का हाल ,यानि भिट्ठामोर चौक |


शुक्रवार, 16 जुलाई 2010

मिलिये इस देश के असल प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति से........

आज शाम 08:23 मिनट पर एक व्यक्ति का फोन आया,मैं बता नहीं सकता कि उस व्यक्ति से बात कर मुझे कितनी खुशी हुयी | मुझे उस व्यक्ति से बातकर ऐसा लगा जैसे हमारे देश का एक इमानदार प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति का फोन हो | उस व्यक्ति का नाम है ब्रह्मपाल प्रजापति उर्फ़ आजाद पुलिस ,निश्चय ही इस व्यक्ति को हमारे देश का प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति होना चाहिए था ,मेरा दावा है कि जिसदिन ऐसे इमानदार व देशभक्त लोग हमारे देश के प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति के पद कि शोभा बढ़ाएंगे उस दिन इस देश में असल आजादी,ईमानदारी व देशभक्ति आयेगी | यह हम सब और पूरे हिंदुस्तान का दुर्भाग्य है कि ऐसे लोग रिक्शा चला रहें है और सत्य व न्याय कि राह पर चलते हुए महात्मा गाँधी कि तरह कई बार जेल भी जा चुके हैं | इस महान व्यक्ति को किसी ने मोबाईल मुहैया कराया है जिसका नंबर है -09654829179 | मैं बहुत जल्द इस व्यक्ति से मिलने जाऊंगा और इस व्यक्ति से मिलकर मुझे अभूतपूर्व प्रसन्नता होगी | इस व्यक्ति से हमें परिचय कराने वाले श्री पदम् सिंह जी है जिनके सार्थक ब्लॉग लेखन का मैं आभारी हूँ | सही मायने में ब्लोगिंग ऐसे लोगों को ही समाज में सम्मानित रूप से प्रस्तुती का नाम है और इसी से इंसानियत जिन्दा होगी |




आजाद पुलिस रिक्शा चलाते हुए ,इस व्यक्ति को रिक्शा चलाकर भी देशभक्ति व ईमानदारी  निभाने में कोई शर्म और लज्जा महसूस नहीं होती है | कास मनमोहन सिंह जी और शरद पवार इस व्यक्ति से कुछ ईमानदारी और देशभक्ति उधार ले पाते | ब्रह्मपाल प्रजापति जी से देश  के ह़र व्यक्ति को ईमानदारी व देशभक्ति का सबक जरूर सीखना चाहिए |आप सबसे आग्रह है खासकर गाजियाबाद के ब्लोगरों से कि आप आजाद पुलिस कि हरसंभव सहायता व सहयोग जरूर करें |

शाबास आजाद पुलिस आप पर समूचे देश को गर्व है | आप इस देश के जीवित भगत सिंह,खुदीराम बोश,चंद्रशेखर आजाद,डॉ.राजेन्द्र प्रसाद व महात्मा गाँधी हैं तथा आज के असल प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति हैं |





पदम् सिंह जी जिन्होंने एक देशभक्त व सच्चे इंसान के बारे में लोगों को ब्लॉग लेखन के माध्यम से बताकर सार्थक ब्लॉग लेखन का अनुकरणीय व सराहनीय प्रयास किया | आपलोग भी इनके ब्लॉग पर जाकर आजाद पुलिस के सच्चे देशभक्ति के कारनामों को पढ़ सकते है -http://padmsingh.wordpress.com/2010/07/11/



मंगलवार, 13 जुलाई 2010

HONESTY PROJECT FOR REAL DEMOCRACY IN INDIA और ग्राम पंचायत श्रीखंडी भिट्ठा,प्रखंड-सुरसंड,जिला-सीतामढ़ी,बिहार के संयुक्त प्रयास से 7/7/2010 को ग्रामसभा व आमसभा का आयोजन हुआ | प्रस्तुत है इस सभा का विवरण तस्वीरों कि नजर से .....




HONESTY ROJECT FOR REAL DEMOCRACY IN INDIA और ग्राम पंचायत श्रीखंडी भिट्ठा,प्रखंड-सुरसंड,जिला-सीतामढ़ी,बिहार के सयुक्त प्रयास से 7/7/2010 को ग्रामसभा व आमसभा का आयोजन हुआ | HONESTY PROJECT का प्रयास था कि एक शुरुआत कर दी जाय जिससे ह़र महीने ग्राम सभा कि बैठक हो और उसके द्वारा ईमानदारी से आम ग्रामवासियों के समस्याओं का समाधान हो | अब यह तो आने वाला समय ही बताएगा कि शुरुआत को अंजाम तक कैसे पहुँचाया जा सकता है .....!


प्रस्तुत है इस सभा का विवरण तस्वीरों कि नजर से --इस सभा मेंश्रीखंडी भिट्ठा ग्राम के मुखिया श्री अनिल चौधरी ,वार्ड सदस्य श्री मनोज झा,श्री उमेश कापर,श्री फूल झा तथा अन्य ग्रामीण नागरिकों  के साथ-साथ श्री प्रमोद कुमार ठाकुर व श्री मोहन प्रसाद(सच्चे समाज सेवक) इन दोनों व्यक्तियों ने इस गांव में प्रशासनिक व सामाजिक सुधार के महत्वपूर्ण कार्यों को अंजाम तक पहुँचाया है और सामाजिक न्याय तथा प्रशासनिक कमियों में सुधार  के लिए सच्चे मन से प्रयासरत हैं ,इन दोनों व्यक्तियों का जज्बा काबिले तारीफ है ,ये दोनों अब HONESTY PROJECT के स्थानीय संस्थापक सदस्य भी है ,ने भाग लिया  | इस सभा में मैं जय कुमार झा भी दिल्ली से HONESTY PROJECT के शोधकर्ता व जाँचकर्ता  के रूप में उपस्थित था | मैंने देखा कि गांवों में असल जरूरतमंद लोगों को प्रशासन से सही वक्त पे मदद नहीं मिल रही है और दलाल लोग प्रशासनिक अधिकारियों के निकम्मेपन कि वजह से भोले-भाले गांव वालों को ठग रहे हैं | इंसानियत कराह रही है जिसे सहायता और सुरक्षा पहुँचाने कि जरूरत है | 
गांव के अराध्य माँ भगवती जो पिंडी रूप में बिराजमान हैं
ये भी गांव के अराध्य ब्रह्म कि छोटी प्रतिमा है




गांव के सरपंच श्री साफी जी



गांव कि महिलाएं जिनकी छोटी-छोटी समस्याओं का समाधान भी सालों से लंबित है ..





श्री मोहन प्रसाद  (सच्चे समाज सेवक तथा HONESTY PROJECT के स्थानीय संस्थापक सदस्य )

सबसे पहले दायें से जय कुमार झा(माइक हाथ में लिए हुए) ,दूसरे श्री प्रमोद कुमार ठाकुर तथा तीसरे श्री अनिल चौधरी (मुखिया श्रीखंडी भिट्ठा और अब HONESTY PROJECT के स्थानीय संस्थापक सदस्य भी ,देखना है कि HONESTY PROJECT से जुड़ने के बाद कितनी ईमानदारी से वे ग्राम पंचायत को चलाते हैं |

श्री प्रमोद कुमार ठाकुर (सच्चे समाज सेवक तथा HONESTY PROJECT के स्थानीय संस्थापक सदस्य )

गांव कि गरीब व असहाय महिलाएं जिनका रासन कार्ड बनना है  और केरोशिन आयल नहीं  मिलने कि समस्याएं हैं |जिसका समाधान तब होगा जब इस गांव में प्रशासनिक अधिकारी आकर लोगों के समस्याओं को उनके घर जाकर सुनेंगे | ऐसा कोई भी अधिकारी करना नहीं चाहता क्योंकि उनके लिए गरीब लोगों कि जरूरतों का कोई मतलब नहीं होता है ? शर्मनाक है ऐसी अवस्था लोकतंत्र तथा नितीश जी के बिहार के लिए |

सोमवार, 12 जुलाई 2010

गांवों के उपभोक्ताओं को ठग रही है मोबाईल कम्पनियाँ और TRI सोयी हुयी है और संचार मंत्री दलाली खाने में व्यस्त हैं ......


पिछले दिनों मैं बिहार के सीतामढ़ी जिले के यात्रा पर था और मैंने देखा कि लोगों के पास मोबाईल है लेकिन एक तरह से मोबाईल सिर्फ मोबाईल कंपनियों द्वारा उनको ठगने का जरिया बन चुका है | मैंने पाया कि मोबाईल कम्पनियाँ निम्नलिखित तरीकों से लोगों को ठग रही है .....
1-लोगों द्वारा किसी को कॉल लगाने पर दूसरी ओर से आवाज नहीं आता है पर कॉल चार्ज कट जाता है और ऐसा हर दिन हर उपभोक्ता के साथ होता है ,ऐसी शिकायत तो शहरों में भी आम हो गयी है | ताजा उदाहरण कल रात मेरे मोबाईल 9810752301 पर O9386518228 से जो कि हमारे HONESTY PROJECT सीतामढ़ी के संस्थापक सदस्य मोहन  प्रसाद जी का है से 22:15 मिनट पर कॉल आया लेकिन आवाज नहीं आई दूसरी ओर से जिससे फोन काटकर मैंने अपने मोबाईल 09810752301से 22:16 मिनट पर कॉल मिलाया लेकिन कॉल लग गया और बात नहीं हुयी क्योंकि दूसरी ओर से आवाज नहीं आई ,मेरे कॉल काटने के बाद कॉल चार्ज मेरे मोबाईल से काट लिया गया ? उसके बात लगातार ट्राई करने पर जवाब O9386518228 के स्विच ऑफ होने का आता रहा | जरा सोचिये जिस नंबर से कॉल आया था तथा जिस नंबर पर कॉल लगाने पर कॉल चार्ज कटा था वही फोन दो मिनट में स्विच ऑफ हो गया | कुछ  देर  बाद  23:06 मिनट  पर  फिर कॉल  लगा घंटी बजी सामने  से  आवाज  नहीं  आई  लेकिन कॉल चार्ज  कट गया ? मोबाईल कम्पनियाँ अपने तकनीक और साधन का इस्तेमाल लोगों को सही सुविधा के लिए कम और लोगों को ठगने के लिए ज्यादा कर रही है ? इनकी जाँच अगर ईमानदारी से कि जाय तो सभी मोबाईल कंपनियों के लाइसेंस रद्द हो सकते हैं ?

2-लोगों के मोबाईल में टावर सिग्नल होने के बाबजूद कॉल करने वाले को स्विच ऑफ या नोट रिचेवल सुनने को मिलता है | ऐसा मुझे अपने मोबाइल 09810752301 से दूसरे हाथ में मौजूद 09334737752 पर फोन करने पर मिला जब कि दोनों मोबाईल में टावर सिग्नल था | यह घटना बिहार के सीतामढ़ी के श्रीखंडी भिट्ठा ग्राम कि है | ऐसी घटना से लोगों के बीच विश्वसनीयता पर भ्रम का वातावरण पैदा होता है |कई लोग यह सोचने को मजबूर होते हैं कि जिसको वो कॉल कर रहें हैं वह जानबूझकर मोबाईल बंद रखे हुए है ,जबकि वास्तविकता में मोबाईल कंपनियों कि लापरवाही के वजह से ऐसा हो रहा होता है | इस प्रकार कि घटना सेवा में गंभीर लापरवाही कि ओर इशारा करता है और मोबाईल कंपनियों कि कार्य प्रणाली पर सवालिया निशान लगाता है | सबसे गम्भीर बात यह है कि ऐसी घटनाओं से समाज में सद्भावना को ठेस पहुँचता है |

3- कई उपभोक्ताओं कि शिकायत है कि बिना उनके इजाजत के उनके मोबाईल पर मोबाईल कम्पनियों द्वारा जारी कमाने या यों कहें कि ठगी कि सेवायें एक्टिवेट कर दी जाती है और भोले-भाले उपभोक्ताओं से उस बेकार और बेमतलब के सेवा का शुल्क उनके बेलेंस से काट लिया जाता है ,गांवों के गरीब उपभोक्ताओं को पता तब चलता है जब  वह किसी को कॉल करते हैं या अपना बेलेंस चेक करते हैं | यह खुले आम ठगी है जिसे ह़र-हाल में रोकने कि जरूरत है |

TRI तथा संचार मंत्रालय को गांवों के मोबाईल उपभोक्ताओं का सर्वे कराकर उनको मोबाईल कंपनियों द्वारा किस प्रकार से ठगा जा रहा है कि जानकारी इकठ्ठा कर सम्बंधित मोबाईल कंपनियों पर सख्त से सख्त कार्यवाही करनी चाहिए नहीं तो सेवा के नाम पर ठगी और बढ़ने कि संभावना है जो पूरे देश के लिए शर्मनाक है ! 

इस ब्लॉग को पढ़ने वाले और इस वक्त पढ़ रहे लोगों के शहर की जानकारी ...