आज शाम 08:23 मिनट पर एक व्यक्ति का फोन आया,मैं बता नहीं सकता कि उस व्यक्ति से बात कर मुझे कितनी खुशी हुयी | मुझे उस व्यक्ति से बातकर ऐसा लगा जैसे हमारे देश का एक इमानदार प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति का फोन हो | उस व्यक्ति का नाम है ब्रह्मपाल प्रजापति उर्फ़ आजाद पुलिस ,निश्चय ही इस व्यक्ति को हमारे देश का प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति होना चाहिए था ,मेरा दावा है कि जिसदिन ऐसे इमानदार व देशभक्त लोग हमारे देश के प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति के पद कि शोभा बढ़ाएंगे उस दिन इस देश में असल आजादी,ईमानदारी व देशभक्ति आयेगी | यह हम सब और पूरे हिंदुस्तान का दुर्भाग्य है कि ऐसे लोग रिक्शा चला रहें है और सत्य व न्याय कि राह पर चलते हुए महात्मा गाँधी कि तरह कई बार जेल भी जा चुके हैं | इस महान व्यक्ति को किसी ने मोबाईल मुहैया कराया है जिसका नंबर है -09654829179 | मैं बहुत जल्द इस व्यक्ति से मिलने जाऊंगा और इस व्यक्ति से मिलकर मुझे अभूतपूर्व प्रसन्नता होगी | इस व्यक्ति से हमें परिचय कराने वाले श्री पदम् सिंह जी है जिनके सार्थक ब्लॉग लेखन का मैं आभारी हूँ | सही मायने में ब्लोगिंग ऐसे लोगों को ही समाज में सम्मानित रूप से प्रस्तुती का नाम है और इसी से इंसानियत जिन्दा होगी |

 |
आजाद पुलिस रिक्शा चलाते हुए ,इस व्यक्ति को रिक्शा चलाकर भी देशभक्ति व ईमानदारी निभाने में कोई शर्म और लज्जा महसूस नहीं होती है | कास मनमोहन सिंह जी और शरद पवार इस व्यक्ति से कुछ ईमानदारी और देशभक्ति उधार ले पाते | ब्रह्मपाल प्रजापति जी से देश के ह़र व्यक्ति को ईमानदारी व देशभक्ति का सबक जरूर सीखना चाहिए |आप सबसे आग्रह है खासकर गाजियाबाद के ब्लोगरों से कि आप आजाद पुलिस कि हरसंभव सहायता व सहयोग जरूर करें | |
 |
शाबास आजाद पुलिस आप पर समूचे देश को गर्व है | आप इस देश के जीवित भगत सिंह,खुदीराम बोश,चंद्रशेखर आजाद,डॉ.राजेन्द्र प्रसाद व महात्मा गाँधी हैं तथा आज के असल प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति हैं | |
 |
पदम् सिंह जी जिन्होंने एक देशभक्त व सच्चे इंसान के बारे में लोगों को ब्लॉग लेखन के माध्यम से बताकर सार्थक ब्लॉग लेखन का अनुकरणीय व सराहनीय प्रयास किया | आपलोग भी इनके ब्लॉग पर जाकर आजाद पुलिस के सच्चे देशभक्ति के कारनामों को पढ़ सकते है -http://padmsingh.wordpress.com/2010/07/11/ | | | | | | | | | | | | | |
शानदार पोस्ट
जवाब देंहटाएंसच में मेरा हृदयपूर्वक नमन है ब्रह्मपाल जी को और पद्म जी के सार्थक लेखन को ,
जवाब देंहटाएंझा जी ऐसे लोगों को ढूँढकर उनका होंसला बढाने का आपका जज्बा भी काबील-ए-तारीफ़ है
आभार
महक
आप विस्तार से लिखते तो उनके कार्यों के बारे में भी जानकारी मिलती। ईमानदारी की कमी नहीं है इस देश में बस कुछ बेईमान इन सबपर हावी हो गए हैं।
जवाब देंहटाएंअजित गुप्ता जी सत्य में आपकी दिलचस्पी सराहनीय है ,आप पदम् सिंह जी के फोटो के नीचे दिए गए लिंक पर जाकर आजाद पुलिस के बारे में विस्तार से जान और पढ़ सकते हैं ,कृपया जरूर पढ़ें ...
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंअगर मै एक भी सहगामी समाज के धनात्मक उत्कर्ष के रास्ते में अपने साथ जोड़ पाया तो मेरा लिखना सार्थक हुआ ... मै आभिभूत हूँ आपके उत्साह और कृतसंकल्प के प्रति ... आभार आपका
जवाब देंहटाएं@ajit gupta; कृपया इस लिंक(http://padmsingh.wordpress.com) पर "आज़ाद पुलिस" के बारे में कुछ और पढ़ सकती हैं ... यद्यपि यह उनके जज्बे से बहुत कम है
bah.....
जवाब देंहटाएंIse padhkar vaastav men dil ko sukun mila.
जवाब देंहटाएंTime mila to Padam singh ka blog zaroor padhungaa.
अजित दीदी! पद्म सिंह जी के ब्लोग पर इस खबर को विस्तार से लिखा गया है.सचमुच ऐसे ईमानदार लोगों की आवाज में आवाज मिलाने या हमकदम होने का ये एक सार्थक प्रयास है. सत्य के साथ खड़े हो कर भी हम असत्य को हराने में अपना अप्रत्यक्ष ही सही साथ देना शुरू कर देते हैं.यही कम नही. पदमजी को साधुवाद और आशीष.वे इसी तरह अपनी लड़ाई अकेले लड़ने वालों को दुनिया के सामने लायें.
जवाब देंहटाएंहाल ही में महक जी ने, जय कुमार झा जी ने और आर एस शेखावत जी ने आर्थिक मदद करते हुए आज़ाद पुलिस का उत्साह वर्धन किया है ... इसके लिए ब्रह्मपाल (आज़ाद पुलिस) ने उन सभी महानुभावों को धन्यवाद भेजा है ...
जवाब देंहटाएंहमें शुरुआत करनी है ... अभी से यहीं से ... नियति ठीक होनी चाहिए ... प्रयास छोटा या बड़ा हो सकता है ... जज्बा और लगन उसे मंजिल तक ले ही जाती है